श्रीकृष्ण

 *श्रीकृष्ण*

(छंद - इंद्रवज्रा वर्णिक)

वर्ण, यति - 11, चरण - 4 (2-2, चरण समतुकान्त)

२ × तगण + १ जगण + SS


हे द्वारिकानाथ कृपालु स्वामी l

हे भक्ति आधीन नमो नमामी  ll

श्रीकृष्ण संताप,दुखांत कारी  l

कंसारि ,पपारि,भ्रमापहारी ll


हे पार्थ के मित्र सदा कृपालू l

हे दीन श्रीहीन सखा दयालू ll

हे पूतनाकाल, अज्ञान नाशी l

हे वासुदेवाय परा प्रकाशी ll


गोविन्द आनंद सुखादि दाता l

संसार के सार कृपा विधाता ll

हे श्याम सत्काम सदा सहारे l

हे "रिक्त"के प्राण प्रभू हमारे ll

© संजी शुक्ला 'रिक्त'


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